आखरी अपडेट: 12 अक्टूबर 2022, 13:11 IST
माना जाता है कि महिला माओवादी कंधमाल-कालाहांडी-बौध-नयागढ़ (केकेबीएन) संभाग के प्रतिबंधित भाकपा (माओवादियों) के एक शिविर में रह रही थी। (फाइल फोटो/न्यूज18)
सुरक्षाकर्मियों और वामपंथी उग्रवादियों के बीच कई घंटों तक गोलीबारी हुई और 20 माओवादी कथित तौर पर भाग गए। अगले दिन इलाके में तलाशी के दौरान महिला माओवादी का शव और एक बंदूक मिला
ओडिशा के कंधमाल जिले में सुरक्षाकर्मियों और वामपंथी उग्रवादियों के बीच गोलीबारी में एक महिला माओवादी की मौत हो गई। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
दक्षिणी रेंज के महानिरीक्षक सत्यब्रत भोई ने बताया कि सोमवार रात यहां से करीब 265 किलोमीटर दूर सिंधी जंगल में ओडिशा विशेष अभियान समूह और जिला स्वैच्छिक बल द्वारा चलाए गए तलाशी अभियान के दौरान माओवादी मारा गया। सुरक्षाकर्मियों और वामपंथी उग्रवादियों के बीच कई घंटों तक गोलीबारी हुई और 20 माओवादी कथित तौर पर भाग गए। उन्होंने बताया कि अगले दिन इलाके में तलाशी के दौरान महिला माओवादी का शव और एक बंदूक मिली। अधिकारियों ने बताया कि इस साल ओडिशा में सबसे पहले माओवादी मारे गए हैं।
भोई ने कहा कि माना जाता है कि महिला माओवादी कंधमाल-कालाहांडी-बौध-नयागढ़ (केकेबीएन) संभाग के प्रतिबंधित भाकपा (माओवादियों) के शिविर में रह रही थी। अधिकारी ने कहा कि कंधमाल के पुलिस अधीक्षक पी विनीत अग्रवाल ने कहा कि इलाके में तलाशी और तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है और मौके से एक देशी पिस्तौल और अन्य सामग्री जब्त की गई है।
सुरक्षा बलों द्वारा मारे जाने वाली आखिरी महिला माओवादी 2019 में इसी तरह की गोलीबारी के दौरान तुमुदीबांधा इलाके में थीं। 2017 में कंधमाल जिले के मिलिशिया रिजर्व फॉरेस्ट में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप द्वारा एक और को मार गिराया गया था।
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