आखरी अपडेट: अक्टूबर 07, 2022, दोपहर 12:28 बजे IST
हिमस्खलन मंगलवार को 17,000 फीट की ऊंचाई पर हुआ जब नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (एनआईएम) की एक टीम लौट रही थी (फाइल फोटो)
सेना, वायुसेना, एनआईएम, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल (जम्मू-कश्मीर) और राज्य आपदा मोचन बल जिला प्रशासन के साथ मिलकर तलाशी अभियान चला रहे हैं।
नेहरू पर्वतारोहण संस्थान ने शुक्रवार को कहा कि यहां हिमस्खलन की जगह से तीन और शव बरामद हुए हैं, जिससे मरने वालों की संख्या 19 हो गई है। अधिकारियों ने बताया कि तलाशी अभियान में मदद के लिए भारतीय वायुसेना (आईएएफ) के दो हेलीकॉप्टरों ने उत्तराखंड के हरसिल से उड़ान भरी।
हिमस्खलन मंगलवार को 17,000 फीट की ऊंचाई पर हुआ जब नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (NIM) की एक टीम द्रौपदी का डंडा II शिखर पर चढ़कर लौट रही थी। एनआईएम ने कहा कि गुरुवार देर शाम हिमस्खलन स्थल से तीन और शव बरामद किए गए, जिससे अब तक निकाले गए शवों की कुल संख्या 19 हो गई है।
इसमें कहा गया है कि इनमें से 17 शव प्रशिक्षु पर्वतारोहियों के हैं, जबकि दो उनके प्रशिक्षकों के हैं। एनआईएम के मुताबिक 10 प्रशिक्षु अब भी लापता हैं।
सेना, भारतीय वायुसेना, एनआईएम, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल (जम्मू और कश्मीर) और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल जिला प्रशासन के साथ तलाशी अभियान चला रहे हैं जो मंगलवार को हिमस्खलन के बाद शुरू किए गए थे। हिमस्खलन के बाद लापता हुए पर्वतारोही एनआईएम द्वारा उन्नत प्रशिक्षण पाठ्यक्रम के लिए चुनी गई टीम का हिस्सा थे।
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