आखरी अपडेट: 12 अक्टूबर 2022, 14:32 IST
2015 में जब पुलिस फायरिंग हुई तब प्रकाश सिंह बादल पंजाब के मुख्यमंत्री थे। (फाइल न्यूज़18 फोटो)
पंजाब पुलिस का एक विशेष जांच दल (एसआईटी) 2015 कोटकपूरा पुलिस फायरिंग मामले की जांच कर रहा है और यहां पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से उनके आवास पर पूछताछ कर रहा है। एसआईटी का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एलके यादव कर रहे हैं।
पंजाब पुलिस का एक विशेष जांच दल (एसआईटी) 2015 कोटकपूरा पुलिस फायरिंग मामले की जांच कर रहा है और यहां पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल से उनके आवास पर पूछताछ कर रहा है। एसआईटी का नेतृत्व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक एलके यादव कर रहे हैं।
2015 में जब पुलिस फायरिंग हुई थी तब बादल पंजाब के मुख्यमंत्री थे। एसआईटी ने 14 सितंबर को शिरोमणि अकाली दल के प्रमुख सुखबीर सिंह बादल से इस मामले में पूछताछ की थी।
ये घटनाएं गुरु ग्रंथ साहिब की एक ‘बीर’ (प्रति) की चोरी, हस्तलिखित अपवित्र पोस्टर और सात साल पहले फरीदकोट के बरगारी में पवित्र पुस्तक के पन्नों को फाड़ने से संबंधित हैं। इन घटनाओं ने विरोध शुरू कर दिया था, जिसके दौरान बहबल कलां में दो लोग मारे गए थे और कोटकपूरा में पुलिस फायरिंग में कुछ लोग घायल हुए थे।
अकाली दल ने पहले आम आदमी पार्टी सरकार पर इस मामले पर राजनीति करने का आरोप लगाया था ताकि लोगों का ध्यान अपनी “विफलताओं” से हटाया जा सके।
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